उदासी भरी हिंदी शायरी – किसी के ज़ख्म का मरहम किसी dilse August 28, 2016 Uncategorized Comments किसी के ज़ख्म का मरहम, किसी के ग़म का ईलाज ।। लोगो ने बाँट रखा है मुझे.. दवा की तरह।।