रोमांटिक हिंदी शायरी – कोई ऐतराज़ नहीं है बिखरने से dilse August 19, 2016 Uncategorized Comments कोई ऐतराज़ नहीं है बिखरने से मुझको, तुम अगर अपनी बाहों में संभालने की ज़हमत करो…