Barsaat Hindi Shayari – टूट पड़ती थीं घटाएं जिनकी dilse March 21, 2017 Uncategorized Comments टूट पड़ती थीं घटाएं जिनकी आंखें देख कर वो भरी बरसात में तरसे हैं पानी के लिए