लम्हों का इश्क नहीं…..सदियों की इबादत है..!🌷
🌷कैसे करे शिकायत…हर साँस को तेरी चाहत है..!!
लम्हों का इश्क नहीं…..सदियों की इबादत है..!🌷
🌷कैसे करे शिकायत…हर साँस को तेरी चाहत है..!!
Woh kehte hain kabhi aur, kabhi aur hota nahi ❤…
dil bhi toh nadan unke sivah kahin aur khota nahi ❤…
hum mangte hai ek saans, ek dhadkan, ek nigaah …❤
woh kabhi aur de jaate hai …❤
par yeh kambakht kabhi aur,
kabhi aur hota nahi❤💯😍
तुझको देखा तो फिर उसको ना देखा मैंने,
चाँद कहता रह गया मैं चाँद हूँ मैं चाँद हूँ।
सफर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो,
नजर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो,
हजारों फूल देखे हैं इस गुलशन में मगर,
खुशबू वहीं तक है जहाँ तक तुम हो।
हमको अब हसरत नहीं रही किसीको पाने की,
अब तो बस चाहत है मोहब्बत को भूल जाने की…
ना चाहत, ना मोहब्ब्त, ना इश्क,
और ना वफा..!!
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कुछ भी नहीं था उस शक्स के पास
सिवाये हुस्न के..!!
वो छा गये है कोहरे की तरह मेरे चारो तरफ,
न कोई दूसरा दिखता है ना देखने की चाहत है.
ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब है
जिसमें जीने की चाहत होनी चाहिये,
ग़म ख़ुशी में बदल जायेंगे
सिर्फ मुस्कुराने की आदत होनी चाहिये
धीरे धीरे हम भी खो रहे है वजह किसी की चाहत है।
चलो ये भी आजमा कर देख ले हैं कितनी राहत है.।।
बिन बात के ही रूठने की आदत है
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है,
आप खुश रहें, मेरा क्या है
मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है