जब पल में रूठना और पल में मनाना था
दोस्ती का खुबसूरत वो ज़माना था,
Category: Ruthna Shayari
Ruthna Hindi Shayari – मैं हुस्न हूँ…. मेरा रूठना है
मैं हुस्न हूँ….
मेरा रूठना है लाज़मी
तुम इश्क़ हो…..ज़रा अदब में रहा करो …
Ruthna Hindi Shayari – मोहब्बत का कोई कुसूर नहीं
मोहब्बत का कोई कुसूर नहीं उसे तो मुझसे रूठना ही था,
दिल मेरा शीशे सा साफ़ और शीशे का अंजाम तो टूटना ही था !!
Ruthna Hindi Shayari – तेरा बार बार रूठना मुझे
तेरा बार बार रूठना मुझे अच्छा लगता है…..।
पर क्या तुझे भी मेरा मनाना अच्छा लगता है।।
Ruthna Hindi Shayari – रूठना भी है हसीनों की
रूठना भी है हसीनों की अदा में शामिल
आप का काम मनाना है मनाते रहिए
Ruthna Hindi Shayari – जाने कब जाएगी ये आदत
जाने कब जाएगी ये आदत मेरी
रूठना तुमसे और औरों से उलझते रहना….
Ruthna Hindi Shayari – पहले इस में इक अदा
पहले इस में इक अदा थी नाज़ था अंदाज़ था
रूठना अब तो तिरी आदत में शामिल हो गया
Ruthna Hindi Shayari – रोयेगी ये आँख मुस्कुराने के
रोयेगी ये आँख मुस्कुराने के बाद,
आएगी रात दिन ढल जाने के बाद,
कभी रूठना ना मेरे दोस्त,
शायद ये जिंदगी ना रहे तेरे रूठ जाने के बाद |
Ruthna Hindi Shayari – रूठना मत कभी हमसे.! मना नही
रूठना मत कभी हमसे.!
मना नही पायेंगे.!
तेरी वो कीमत है मेरी जिंदगी में.!
कि शायद हम अदा नहीं कर पायेंगे.!
Ruthna Hindi Shayari – सिरहाने बैठ के तेरा बालों
सिरहाने बैठ के तेरा बालों को सहलाना
खुद ही रूठना फिर खुद को ही बहलाना