Dharmik Shayari – ना गिनकर देता है dilse February 1, 2015 Uncategorized Comments ना गिनकर देता है, ना तोलकर देता है, जब भी मेरा ‘श्याम’ देता है, दिल खोल कर देता है।….. जै श्री राधे कृष्ण!!!!!!!!!!