Fresh Shayari In Two Lines – झूठ बोलने का रियाज़ करता हूँ dilse June 7, 2018 Uncategorized झूठ बोलने का रियाज़ करता हूँ सुबह और शाम मैं सच बोलने की अदा ने हमसे कई अजीज़ यार छीन लिये|