Khwab Hindi Shayari – हर ख्वाब के मुकद्दर मे dilse February 17, 2017 Uncategorized Comments हर ख्वाब के मुकद्दर मे हकीकत नहीं होती… कुछ ख्वाब जिन्दगी मे…महज ख्वाब ही रह जाते हैं….!!