देख लो आवाज़ दे कर, पास अपने पाओगे
आओगे तनहा मगर, तनहा नहीं तुम जाओगे
दूर रहकर भी तुम ही पर, रहती हैं अपनी नज़र
बाहों में हम थाम लेंगे, जब भी ठोकर खाओगे
ले ना बदले में तुम्हारे, गर खुदाई भी मिले
छोड़ देंगे दो जहाँ को, जब भी तुम फरमाओगे
बेवफ़ाई भी करो तो, माफ़ कर देंगे तुम्हे
हम ना वादों से फिरेंगे, तुम अगर फिर जाओगे