Shayari 2 Lines Facebook – दामन को फैलाये बैठे हैं dilse June 7, 2018 Uncategorized दामन को फैलाये बैठे हैं अलफ़ाज़-ए-दुआ कुछ याद नही माँगू तो अब क्या माँगू जब तेरे सिवा कुछ याद नही