सच्चाई के आईने काले हो गये,
बुजदिलों के घर मेँ उजाले हो गए।
झूठ बाजार मेँ बेखौफ बिकता रहा,
मैंने सच कहा तो जान के लाले हो गए!
सच्चाई के आईने काले हो गये,
बुजदिलों के घर मेँ उजाले हो गए।
झूठ बाजार मेँ बेखौफ बिकता रहा,
मैंने सच कहा तो जान के लाले हो गए!