Zakhm Hindi Shayari – मेरी चाहत को मेरे हालात dilse January 27, 2017 Uncategorized Comments मेरी चाहत को मेरे हालात के तराजू में कभी मत तोलना, मैंने वो ज़ख्म भी खाए है जो मेरी किस्मत में नहीं थे.