Shayari In Four Lines – एक समंदर जो मेरे काबू में है

एक समंदर जो मेरे काबू में है
और इक कतरा है जो संभलता नही,
एक जिंदगी है जो तुम्हारे बगैर बितानी है
और इक लमहा है जो गुजरता नहीं ।

Shayari In Four Lines – सच्चाई के आईने काले हो गये

सच्चाई के आईने काले हो गये,
बुजदिलों के घर मेँ उजाले हो गए।

झूठ बाजार मेँ बेखौफ बिकता रहा,
मैंने सच कहा तो जान के लाले हो गए!