Inspirational Poem In Hindi – लक्ष की और अग्रसर

अब रिस्ते टूटता है तो टूटे अब अपने रूठते है तो रूठे
अब जग छूटता है तो छूटे हम अपने लक्ष की और अग्रसर
अब न रुकेंगे, अब न झुकेंगे,

अब समंदर मे उफा आता है तो आए अब रास्ते मे तूफा आता है तो आए,
हम अपने लक्ष की और अग्रसर , अब न रुकेंगे अब न झुकेंगे,

अब सपने टूटते है तो टूटे अब यारो का महफ़िल छूटता है तो छूटे
हम अपने लक्ष की और अग्रसर अब न रुकेंगे अब न झुकेंगे,

अब गांव की गालिया छूटती है तो छुटे,अब बड़ो का अधिकार बच्चो का
प्यार छुटता है तो छुटे, हम अपने लक्ष की और अग्रसर अब न रुकेंगे अब न झुकेंगे,

अब रस्ते कितना भी बदलना पड़े बदलेंगे, अब रास्ता कितना भी लंबा हो
तय करेंगे पर, हम अपने लक्ष की और अग्रसर अब न रुकेंगे अब न झुकेंगे

 

Submitted By: Abhinav Jha