Hindi Mein Ghazal Lyrics – Unka Gunehgaar Ban Jaaon
तमन्ना है मेरी कि, उनका गुनहगार बन जाऊं !
उनके गुलशन का, गुल न सही खार बन जाऊं !
मैं काम का नहीं उनके तो कोई बात नहीं पर,
चाहत है, उनकी नफ़रत का शिकार बन जाऊं !
मेरी इज़्ज़त मेरा ईमान तो उन्हीं से है दोस्तों,
मन है कि, उनके ग़मों का हिस्सेदार बन जाऊं !
उनकी ख़ुशी में छुपी हैं मेरी भी सारी खुशियाँ,
हसरत है, उनकी खुशियों का पहरेदार बन जाऊं !
Submitted By : शांती स्वरूप मिश्र